फतेहपुर चक्र, फतेहपुर
यमुना तटवर्ती गांवों के हजारों युवा लौटे, कोरोना संक्रमण को लेकर क्षेत्र हुआ बेहद संवेदनशील
यमुना कटरी इलाके के चार दर्जन से अधिक गांवों से रोजी रोटी के लिये देश के तमाम शहरों के लिये पलायन करने वाले हजारों की संख्या में कामगार वापस लौटे हैं। भाडें के वाहनों से अपने घरों को वापस लौटे इन कामगारों का न तो कोई चेकअप हुआ है और न ही उनके स्वास्थ्य के बारे में कोई खोज खबर ली जा रही है। वापस लौटे इन लोगों में कई जुकाम, बुखार से पीड़ित बताते जा रहे हैं। शिक्षा और जागरुकता के अभाव के अलावा आइसोलेशन में भेजे जाने के डर से ऐसे लोग अपने घर और परिवारों के बीच छिपे बैठे हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना के तीसरे चरण के और अधिक प्रभावी होकर भारी संक्रमण के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है।
जिले में इस समय सबसे बड़ी खासतौर पर यमुना तटीय गांवों में गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, चेन्नई, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा सहित अन्य तमाम शहरों से वापस आये लोगों की मेडिकल जांच और मानीटरिंग की महती आवश्यकता है। ग़ाज़ीपुर के ख़नसेनपुर की एक महिला की हालत काफ़ी ख़राब होने का मामला प्रकाश में आया है।