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कैसे सफल होगा लाक डाउन,  एक बडा प्रश्न 

☀ *फ़तेहपुर ख़ास ख़बर* -


*लॉक डाउन, 21 दिन लोग घरों में बंद, लोगों का विश्वास जीतना बड़ी जिम्मेदारी*


फतेहपुर चक्र, फतेहपुर 


कैसे सफल होगा लाक डाउन,  एक बडा प्रश्न 
लॉक डाउन को सफल बनाने में जनता के साथ साथ पुलिस प्रशासन की बडी जिम्मेदारी।कोरोना वायरस से पूरे विश्व मे लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। कई देश तो इस महामारी की विभीषिका में हजारों लोगों की जिंदगी खो चुके हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही समय पर पूरे देश को बंद करने का निर्णय लेकर करोड़ों जिंदगियों को सुरक्षित कर दिया है। अब पूर्णतया जनता के ऊपर है वह चाहें तो कोरोना पर पूर्ण विजय पाई जा सकती है। यानी इसको सफल बनाना सिर्फ जनता के हाथ मे हैं।
     बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार देर शाम अपने संबोधन में एक बार फिर देश की जनता से कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए सहयोग मांगा है। प्रधानमंत्री ने देशभर में अगले 21 दिनों तक लॉकडाउन की घोषणा की। इससे पहले प्रदेश भर में बुधवार से 27 मार्च तक का लॉकडाउन होते ही प्रशासन तैयारियों में जुट गया था। लॉकडाउन की अवधि में आपातकालीन स्थिति को छोड़कर लोग अपने घरों में ही कैद रहेंगे। यदि किसी ने बाहर निकलने की कोशिश की तो पुलिस और प्रशासन उस पर सख्ती भी बरत सकता है। हालांकि लॉकडाउन में मेडिकल स्टोर, खाद्य सामग्री, एंबुलेंस आदि की सेवाएं जारी रहेंगीं, लेकिन इसके साथ साथ जनता तक जरूरी सामग्री मुहैया कराना भी जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती रहेगा।


जरूरी सामान मुहैय्या कराना होगी बड़ी चुनौती


*इस महामारी के दौरान जब लोग घरों में हैं। तब सबसे बड़ी चुनौती इन 21 दिनों के दौरान जरूरी सेवाओं और चीजों की आपूर्ति लोगों तक समय पर करवा लेना साबित होगा। इसमें सबसे बड़ी समस्‍या ये है कि सरकार ने लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है साथ ही ये भी कहा है कि ये जनता कर्फ्यू से भी ज्‍यादा कड़ा होगा। ऐसे में पुलिस और प्रशासन लोगों को उनकी जरूरी चीजों को लेने के लिए घरों से बाहर निकलने की इजाजत देगा या नहीं। और अगर नहीं देगा तो ऐसे में उन तक सामान मुहैय्या कराना भी प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। यदि ऐसे में जरूरत के वक्त लोगों तक खाद्य सामग्री, दवाएं आदि न पहुंची तो उनके मन में भय और आशंकाएं पनप सकती हैं। जो रोष की वजह बन सकती हैं। जिला प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है कि वह ऐसा न होने दे और अपना विश्‍वास जनता पर बनाए रखे। चुनौती ये भी है कि लोगों को सामान सही रेट में मिले, कहीं ऐसा न हो कि प्रशासन की थोड़ी सी ढिलाई लोगों की जेबों पर भारी पड़ जाए। इसके साथ इससे बड़ी चुनौती यह है कि लोगों तक प्रशासन की मेहनत से समय में बाजार से सामान घर तो आ जाएगा मगर बाजार में सामान कहां से आएगा।
अभी तो लॉक डाउन का पहला दिन है प्रशासन के लोग निश्चित ही इन सभी तैयारियों में जुटे होंगे। लेकिन प्रशासन को जल्द ही विचार करके जनपद के लोगों तक यह संदेश पहुंचाना होगा कि कब और किस तरह से लोगों तक उनके घरेलू उपयोग की वस्तुएं, खाद्य सामग्री आदि पहुंचाई जाएंगी या प्रत्येक दिन उसके लिए कोई समय प्रशासन की ओर से निश्चित किया जाएगा। ऐसा करने से जिले के लोगों के मन मे चल रहे दस तरह के प्रश्नों पर विराम लगेगा और लोग जिला प्रशासन का इस महामारी पर विजय पाने के लिए डर से नहीं मन से सहयोग कर पाएंगे।